HINDI STORY
भिक्षु ने मोगली से कहा, "क्या आपने कभी सोचा है कि आकाश के तारों में क्या छिपा हुआ है?" मोगली ने कहा, "सितारे? वे बस आकाश में चमकते हैं। उनमें क्या है?"भिक्षु मुस्कुराए और कहा," तारे सिर्फ रोशनी नहीं हैं। वे दूसरी दुनिया से जुड़े हुए हैं। तुम चाहो तो मैं तुम्हें उस दुनिया में ले जा सकता हूँ।"
मोगली को भिक्षु के शब्दों में दिलचस्पी हो गई। क्या वास्तव में ऐसा हो सकता है? उन्होंने पूछा। क्या मैं तारों की दुनिया देख सकता हूँ?" साधु ने मोगली की ओर हाथ बढ़ाया और कहा, "अगर तुम तैयार हो, तो मैं तुम्हें तारों की दुनिया दिखा सकता हूं।"
मोगली ने भिक्षु का हाथ पकड़ लिया और अचानक एक चमकती रोशनी ने उन्हें घेर लिया। मोगली ने अपनी आँखें बंद कर लीं, और जब उसने फिर से अपनी आँखें खोलीं, तो उसने खुद को एक बिल्कुल नई जगह पर पाया। यह जगह जंगल से बिल्कुल अलग थी। चारों ओर तारे चमक रहे थे, और आकाश के रंग अजीब थे।नीला, बैंगनी और कभी-कभी सोना। मोगली को लगा जैसे वह बिना किसी जमीन के उड़ रहा हो।
"यह वह स्थान है जहाँ पृथ्वी और आकाश मिलते हैं। समय और स्थान की कोई सीमा नहीं है। आप यहाँ जो देखेंगे वह आपको दुनिया और अपने बारे में बहुत कुछ सिखाएगा।"
मौली ने चारों ओर देखा। उन्होंने देखा कि तारे चमकीली रेखाओं से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, जैसे कि वे कोई रास्ता दिखा रहे हों। "यह रास्ता कहाँ जा रहा है?"मोइली ने पूछा। भिक्षु ने जवाब दिया, "यह मार्ग आपको उन रहस्यों की ओर ले जाएगा जिनके लिए कई वर्षों के अभ्यास की आवश्यकता होती है। लेकिन आप बहादुर हैं, और आपके दिल में सच्चाई है, इसलिए यह आपको खुद बताएगी।"
मोगली तारों के रास्ते पर चलने लगा। जैसे-जैसे वह आगे बढ़ रहा था, उसने अजीब चीजें देख लीं। उन्होंने देखा कि कुछ सितारे एक-दूसरे से बात कर रहे थे। वह उनकी भाषा नहीं समझ सकता था, लेकिन उसे लगा कि वे उसे कुछ सिखाने की कोशिश कर रहे हैं। मोगली की दुकान हिंदी में
अचानक मोगली के सामने एक बड़ा पेड़ दिखाई दिया। यह पेड़ पृथ्वी और आकाश को जोड़ रहा था। इसकी जड़ें पृथ्वी में थीं और इसकी शाखाएं तारों तक फैली हुई थीं। मोगली ने पेड़ से पूछा, "तुम कौन हो?"पेड़ ने धीरे से कहा," मैं वह पेड़ हूं जो पृथ्वी और आकाश को जोड़ता है। जीवन के सभी रहस्य मेरी शाखाओं में छिपे हुए हैं।"
मोगली ने पेड़ की एक शाखा को छुआ, और उसे अचानक एहसास हुआ कि वह समझने लगा है कि तारे क्या कह रहे हैं। तारे उन्हें बता रहे थे कि सब कुछ, चाहे वह आकाश में हो या पृथ्वी पर, आपस में जुड़ा हुआ है। "तुम जहाँ भी जाओ, मोगली", पेड़ ने कहा, "तुम इस ब्रह्मांड का हिस्सा हो। आपका हृदय और आत्मा इस पृथ्वी और तारों से जुड़े हुए हैं।"
मोगली ने पेड़ के शब्दों को ध्यान से सुना। वे समझ गए कि यह यात्रा केवल तारों की दुनिया को देखने के लिए नहीं थी, बल्कि उन्हें यह समझाने के लिए थी कि हम सभी एक बड़े ब्रह्मांड का हिस्सा हैं। चाहे जंगल हो, गाँव हो, तारे हों, सब कुछ आपस में जुड़ा हुआ है।
भिक्षु ने मोगली से कहा, "अब तुम्हें वापस जाना है। लेकिन कभी न भूलें कि इस यात्रा ने आपको क्या सिखाया है।उन्होंने कहा, "मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा। अब मुझे पता है कि इस दुनिया में हम सभी जुड़े हुए हैं।मोगली कहानी हिंदी में
साधु ने फिर से मोगली का हाथ पकड़ा और वे जंगल में लौट आए। मौली ने चारों ओर देखा...जंगल पहले जैसा ही था, लेकिन अब हर पेड़, हर जानवर और हर तारा पहले से कहीं ज्यादा खास लग रहा था।
उन्होंने भिक्षु को धन्यवाद दिया और कहा, "अब मैं समझता हूं कि यह दुनिया और तारों की दुनिया एक ही है। हम सभी जुड़े हुए हैं, चाहे हम कहीं भी हों।"